प्यार तुम्हें भी है - और मुझे भी !
इंतज़ार तुम्हें भी है - और मुझे भी !
मेरी आँखें कुछ बोले -
इस से पहले,
तुम आँखों से
सब कुछ कह देना चाहती हो
मेरे होंठों की किसी भी
जुंबिश से पहले,
तुम उँगलियों से
हरकतें कर देना चाहती हो
तुम्हारी ज़ुल्फ़ें बेताब है
बिख़र जाने के लिए,
किसी सैलाब की मानिंद तुम
उफनना चाहती हो
इंतज़ार तुम्हें भी है - और मुझे भी !
मेरी आँखें कुछ बोले -
इस से पहले,
तुम आँखों से
सब कुछ कह देना चाहती हो
मेरे होंठों की किसी भी
जुंबिश से पहले,
तुम उँगलियों से
हरकतें कर देना चाहती हो
तुम्हारी ज़ुल्फ़ें बेताब है
बिख़र जाने के लिए,
किसी सैलाब की मानिंद तुम
उफनना चाहती हो