View - एक नज़रिया
जज्बात और अल्फाज़ का मिलन बना है खास सा तुम कैफियत से जायका लेना हर इक एहसास का
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Saturday, May 21, 2016
लू ००० सी लग गयी है
लू ००० सी लग गयी है अल्फ़ाज़ को कहीं .....
ठंडे, शांत और ठहरे से मिलते ही नहीं कहीं ..... 😀
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