Translate

Monday, May 27, 2013

बहुत खूबसूरत सी है ज़िंदगी

बहुत खूबसूरत सी है ज़िंदगी
आओ दोस्तों मज़ा करे
 
कुछ सरफिरो के चलते
क्यूँ जिंदगी को कज़ा करे
 
खताए होती भी  रहेंगी आदमीं जो ठहरे
कुछ खताओं के चलते क्यूँ जिंदगी को सजा करे
 
बेशक उम्मीद कायम है संभल जाने की
फिसलने की मगर क्यूं हम रज़ा करे
 
गम-ए-हयात की संजीदगी भी रहे कायम
इस निस्बत से खुशनुमा फिज़ा करे
 
..........
आओ दोस्तों मज़ा करे
 

No comments:

Post a Comment