View - एक नज़रिया
जज्बात और अल्फाज़ का मिलन बना है खास सा तुम कैफियत से जायका लेना हर इक एहसास का
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Monday, September 22, 2014
जादुई स्याही
किसी जादुूई स्याही से लिखी लगती है ज़िंदगी की किताब तेरी..........
कि पढ़े हुए पन्नों को कभी पलट लिया तो इबारतें बदल जाती हैं.. .. .......
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