जज्बात और अल्फाज़ का मिलन बना है खास सा तुम कैफियत से जायका लेना हर इक एहसास का
जुनूँ जज्बात का बिखरता है शिद्दत ए धड़कनों से मिल के ..... वजह हादसे ही नहीं है उन्वान ए नज़्म ओ ग़ज़ल के ......
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