जो है ऐतबार तुम पे वो बरकरार रखना
कि है मोहब्बत याद तुम सरकार रखना
खुशनुमा रहे माहौल यही तस्कीन करता हूँ
कभी-कभी मगर हल्की-सी तक़रार रखना
तुनकमिजाजी की भी तुम्हारी मिसाल दूँ मैं
कभी दिल रुबाई का भी हमसे इसरार रखना
चेहरे पे तुम्हारे मेरी मोहब्बत के अक्स हों
सारी दुनिया के ग़मों से तुम इंकार रखना
मेरी मोहब्बत के भी कई रंग है जानाँ
बस ग़म हो खुशी हो तुम क़रार रखना
कि है मोहब्बत याद तुम सरकार रखना
खुशनुमा रहे माहौल यही तस्कीन करता हूँ
कभी-कभी मगर हल्की-सी तक़रार रखना
तुनकमिजाजी की भी तुम्हारी मिसाल दूँ मैं
कभी दिल रुबाई का भी हमसे इसरार रखना
चेहरे पे तुम्हारे मेरी मोहब्बत के अक्स हों
सारी दुनिया के ग़मों से तुम इंकार रखना
मेरी मोहब्बत के भी कई रंग है जानाँ
बस ग़म हो खुशी हो तुम क़रार रखना