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Monday, February 6, 2017

एक मुट्ठी अंधेरा मांग रहा था वो

एक मुट्ठी अंधेरा मांग रहा था वो
मैं जाहिल शमां बुझाने चल दिया
अंतस का अंधकार मांग रहा था वो
और मैं? मैं उजाला मिटाने चल दिया

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