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Thursday, December 27, 2012

कोठे पे बैठ कर मुस्कराने वाले

26-03-1994
01: 30 AM
कोठे पे बैठ कर मुस्कराने वाले
मोहब्बत की फज़ा ये क्या जाने

खेलना नैनों से खेल है इनका
नैन मिलाने का मज़ा ये क्या जाने

दो पैसों पर अपना बदन उघाड़ दे
दिल खोलने की रज़ा ये क्या जाने

ज़ाल जिस्म का है ज़िंदगी इनकी
ऐसी ज़िंदगी है सज़ा ये क्या जाने 

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