Ghazal - Old one
26-06-1994
10:25 A.M
दो चार बातें इश्क में कही
दो एक ग़म दिल ने उठा लिए,
कुछ कसमें खायी कुछ वादे किये
कुछ वफ़ा किये कुछ भुला दिए ,
मेरी ख़ुशी तूं बाँटें तेरा ग़म मैं उठाऊँ
जीने के बस ये बहाने बना लिए ,
तेरे लब जो हिले मेरे अश्क क्यूं बहे?
क्यूं ये पुराने फ़साने सूना दिए !
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