एक शे'र -
07-02-1998
10:15 P.M
मेरी खामोशियों को देख कर ये अंदाज़ लगा लेना
के जज़्बात कोई मेरे दिल में भी मचलता है !
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एहसानमंद हूँ तनहाइयों तहे दिल से आपका
के अपने जिस्म से उनकी खुशबू लेता आया हूँ !
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