20-08-1994
09:15 PM
मैं सब कुछ अपना तुझे सौंप दूँ
पर दिल को अपने समझाऊँ कैसे
खौफ़ ज़माने का मुझमे कितना भरा है
दूर दिल से अपने भगाऊ कैसे
तेरे इश्क ने भी बेशक बेचैन किया है
बेचैनी दिल की अपनी छुपाऊ कैसे
ज़ख्म दिल में कितने गहरे हुए है
हाय सजना तुम्हे दिखाऊ कैसे
तेरा इश्क ही इसका सवाब है सजना
अपने ज़ख्मो पे मरहम लगाऊ कैसे
09:15 PM
मैं सब कुछ अपना तुझे सौंप दूँ
पर दिल को अपने समझाऊँ कैसे
खौफ़ ज़माने का मुझमे कितना भरा है
दूर दिल से अपने भगाऊ कैसे
तेरे इश्क ने भी बेशक बेचैन किया है
बेचैनी दिल की अपनी छुपाऊ कैसे
ज़ख्म दिल में कितने गहरे हुए है
हाय सजना तुम्हे दिखाऊ कैसे
तेरा इश्क ही इसका सवाब है सजना
अपने ज़ख्मो पे मरहम लगाऊ कैसे
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