04-05-1995
10:00 PM
ये अँधे, ये तपते, ये जलते जज़्बात
घिसटते, फिसलते ये गिरते जज़्बात
जज़्बात क्या कहे जज़्बात की कहानी
हर मक़ाम पर ये बदलते जज़्बात
चले आते है मासूम से पर जाने क्यूँ
तोड़ जाते है दम ये घुटते जज़्बात
जज़्बात वो मचलता दिल है जिससे
चाहिए किसे है ये सस्ते जज़्बात
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