14-01-2010
10:30 AM
मेरा मुद्दा है क्या ? तूँ जान तो ले
नज़दीकियाँ बढा मुझे पहचान तो ले
दिल की धड़कन है या कोई शोर
बढा के हाथ ख़ुद ये जान तो ले
मौक़ा मिला तो लूट भी लेना मुझको
दिल से एक बार अपना मान तो ले
दिल भी हिस्सा है इसी जिस्म का
छेड़ के सुरों को कोई तान तो दे
खेल बाद में खेल लेगी दुनिया अपना
मोहब्बत एक बार दिल में ठान तो ले
10:30 AM
मेरा मुद्दा है क्या ? तूँ जान तो ले
नज़दीकियाँ बढा मुझे पहचान तो ले
दिल की धड़कन है या कोई शोर
बढा के हाथ ख़ुद ये जान तो ले
मौक़ा मिला तो लूट भी लेना मुझको
दिल से एक बार अपना मान तो ले
दिल भी हिस्सा है इसी जिस्म का
छेड़ के सुरों को कोई तान तो दे
खेल बाद में खेल लेगी दुनिया अपना
मोहब्बत एक बार दिल में ठान तो ले