View - एक नज़रिया
जज्बात और अल्फाज़ का मिलन बना है खास सा तुम कैफियत से जायका लेना हर इक एहसास का
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Friday, September 28, 2012
तेरी चाहतों के समंदर से इक मोती माँग के देखेंगे
तेरी चाहतों के समंदर से इक मोती माँग के देखेंगे
मोहसिन - कभी तेरा इनायत-ए- करम देखेंगे
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