01-01-1995
10:30 PM
कुछ कहना है तुमसे मगर हालात नहीं है
जज़्बात है दिल में मगर अलफ़ाज़ नहीं है
काश ! कुछ ऐसा होता इस जहाँ में की
ख़ामोशी बयाँ दिल की हालत करती
सच जानिए ये भी है दावा मेरा
बेतरह से फिर आप हम पर मरती
मगर हक़ीकत-ए-जहाँ में ऐसा रिवाज़ नहीं है
आगाज़-ए-इश्क तो है यहाँ अंज़ाम नहीं है
जज़्बात है दिल में मगर अलफ़ाज़ नहीं है
कुछ कहना है तुमसे मगर हालात नहीं है
10:30 PM
कुछ कहना है तुमसे मगर हालात नहीं है
जज़्बात है दिल में मगर अलफ़ाज़ नहीं है
काश ! कुछ ऐसा होता इस जहाँ में की
ख़ामोशी बयाँ दिल की हालत करती
सच जानिए ये भी है दावा मेरा
बेतरह से फिर आप हम पर मरती
मगर हक़ीकत-ए-जहाँ में ऐसा रिवाज़ नहीं है
आगाज़-ए-इश्क तो है यहाँ अंज़ाम नहीं है
जज़्बात है दिल में मगर अलफ़ाज़ नहीं है
कुछ कहना है तुमसे मगर हालात नहीं है
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