23-08-1994
06:15 PM
मुझसे नजदीकियां बढाने की कोशिश न करो
ग़म के सागर में तुम डूब जाओगे
इससे पहले की तुम मुझे समझ पाओ
खुद अपने आप को तुम भूल जाओगे
06:15 PM
मुझसे नजदीकियां बढाने की कोशिश न करो
ग़म के सागर में तुम डूब जाओगे
इससे पहले की तुम मुझे समझ पाओ
खुद अपने आप को तुम भूल जाओगे
ते मिट्टी विच मिल जाना है
कानू बनाया इस मिट्टी दा
इसी कशमकश विच मर जाना है
जे मिल सकी ना तेरी मिट्टी मेरी नाल
इक मिट्टी च ता असी मिल जाना है
जे मिल ही गयी ऐ दो कड़ी दी जिंदगी
प्यार दे सहारे असां जी जाना है
खोला क्यों मैं दर्द दिल दा तेरे अगे
असां सब तो अपना दर्द छुपा जाना है