05-10-1994
07:15 PM
मुझे दुश्मन बना लो कोई अपना
के दोस्तों से अब डर लगता है
जहां में कोई गुनाह हम करे न करे
क्यूं हर इल्ज़ाम हमारे सर लगता है
इससे दुश्वार और क्या दिन आएंगे
पत्तों पे बिगड़ता हुआ शज़र लगता है
आप तो थे अहले- वफ़ा क्या हुआ ?
बेमुरव्वत ज़माने का असर लगता है
07:15 PM
मुझे दुश्मन बना लो कोई अपना
के दोस्तों से अब डर लगता है
जहां में कोई गुनाह हम करे न करे
क्यूं हर इल्ज़ाम हमारे सर लगता है
इससे दुश्वार और क्या दिन आएंगे
पत्तों पे बिगड़ता हुआ शज़र लगता है
आप तो थे अहले- वफ़ा क्या हुआ ?
बेमुरव्वत ज़माने का असर लगता है
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