20-08-1994
05:10 PM
मुहब्बत की रुसवाई न पाई? हद हो गयी
इश्क में नाकामी न पाई? हद हो गयी
अज़ी नाकामी तो मंज़िल है मुहब्बत की
मुहब्बत की मंज़िल न पाई? हद हो गयी
ख़ैर निभाता तो कौन?यहाँ मुहब्बत करके
साथ निभाने की कसम न खाई? हद हो गयी
बचाता तो कौन तुम्हे ग़र्क होने से
आशियाने में आग न लगाई? हद हो गयी
05:10 PM
मुहब्बत की रुसवाई न पाई? हद हो गयी
इश्क में नाकामी न पाई? हद हो गयी
अज़ी नाकामी तो मंज़िल है मुहब्बत की
मुहब्बत की मंज़िल न पाई? हद हो गयी
ख़ैर निभाता तो कौन?यहाँ मुहब्बत करके
साथ निभाने की कसम न खाई? हद हो गयी
बचाता तो कौन तुम्हे ग़र्क होने से
आशियाने में आग न लगाई? हद हो गयी
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